
Dr. Manju Gupta
डॉ. मंजु गुप्ता ‘लता’ का मूल निवास उत्तर प्रदेश के मेरठ व वर्तमान निवास कर्नाटक के बंगलुरु में है। मंजु गुप्ता जी एक सेवानिवृत शिक्षिका है जो निरन्तर हिन्दी काव्य मंच और साहित्य सेवा से जुडी रही हैं।
कई साहित्यिक मंचों से सम्मानित, आप प्रेरणा मंच, साहित्य साधक मंच, शब्द, कलम और राष्ट्रीय कवि संगम कर्नाटक से हिंदी के प्रचार और प्रसार के लिए निरंतर कार्यरत हैं।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में कविता, लोक कथाएं एवं गीत ग़ज़ल के प्रकाशन के उपरांत, “अंतर्मन के मोती” इनके काव्य संग्रह का पहला प्रकाशन है।
Published Books
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Antarman Ke Moti
Poetryजीवन के सफ़र में अनेक स्थितियों से गुजरते हुए न जाने कितने भाव मन में उमड़ते रहे उनको समेट कर एक काव्य संग्रह का रूप देने का प्रयास है “अंतर्मन के मोती”। मन के इन भावों के संग्रह को प्रेम पूर्वक आपको सौंपते हुए बहुत हर्ष हो रहा हैI मुझे आशा है मेरी रचनायें आपके ह्रदय में स्थान बनाने में सक्षम होंगी। जीवन के रीते पन्नो पर, प्यार भरी भाषा लिख दो। सूख गये इस मन उपवन में, खिलने की आशा लिख दो। टूट के बिखरे छंदों को तुम, साहस की सुतली से बांधो, खोये हुए राग गीतों में, सुर की परिभाषा लिख दो।